ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी का विरोध देश में कई वजहों से होता है। यह पॉलिसी केंद्र सरकार द्वारा स्कूलों में तीन भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा को अनिवार्य करने के उद्देश्य से बनाई गई है। लेकिन इसे लेकर विवाद भी बहुत हैं। ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी का क्यों होता है विरोध? जानें विवाद की 5 प्रमुख वजहें!
सबसे पहली वजह है भाषाई असमानता का डर। कई गैर-हिंदी भाषी राज्य इसे हिंदी के बढ़ावे के रूप में देखते हैं, जिससे उनकी मातृभाषा दब सकती है। दूसरी वजह है अंग्रेजी की बढ़ती मांग। आज के युग में अंग्रेजी को सफलता की चाबी माना जाता है, इसलिए कई लोग इसे तीन भाषाओं में अनिवार्य करने से बच्चों पर बोझ मानते हैं।
सबसे पहली वजह है भाषाई असमानता का डर। कई गैर-हिंदी भाषी राज्य इसे हिंदी के बढ़ावे के रूप में देखते हैं, जिससे उनकी मातृभाषा दब सकती है। दूसरी वजह है अंग्रेजी की बढ़ती मांग। आज के युग में अंग्रेजी को सफलता की चाबी माना जाता है, इसलिए कई लोग इसे तीन भाषाओं में अनिवार्य करने से बच्चों पर बोझ मानते हैं।